शनि हमारे जीवन पर कई तरह से असर डालते हैं और अक्सर उनकी शक्ति को ना पहचानने वाले उनकी टेढ़ी नजर का शिकार हो जाते हैं. शनि की टेढ़ी नजर उन पर ही पड़ती है जो बुरे कर्मों में लिप्त रहते हैं चाहे वो बुरे कर्म जाने-अनजाने ही क्यों ना हुए हो. ऐसे में शनि देव न्याय के देवता है और उनकी पूजा से वह आपकी भल को माफ़ कर देते हैं. ऐसे में अगर आप शनिदेव के प्रकोप से बचना चाहते हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं शनि देव की उपासना कुछ खास मंत्रों के बारे में. जिनसे आप उन्हें जल्द खुश कर सकते हैं. आइए बताते हैं.
सुबह के टाइम की शुरुआत को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
इसके लिए कई मंत्रों का जाप करने की सलाह दी जाती है। आज हम आपके लिए लाए हैं सुबह के समय में मंत्रों का जाप करने की खास जानकारी- सुबह उठते ही अगर कोई इस मंत्र का जाप करता है तो इसे शुभ माना जाता है। प्रात: कर-दर्शनम् कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती। करमूले तू गोविन्द: प्रभाते करदर्शनम्।।
क्या आपके बनते काम बिगड़ जाते हैं? क्या सारी मेहनत के बावजूद आपको सफलता नहीं मिल रही है? पैसे की तंगी रहती है? क्या आपकी सेहत भी आपका साथ नहीं दे रही है? मुमकिन है कि आप शनि देव की वक्र दृष्टि के शिकार हों। अभी जानिए ५ सरल उपाय जो बचाएंगे आपको शनि के क्रोध से और दिलाएंगे जीवन में क़ामयाबी…
भगवान शनिदेव के अन्य मंत्र –
ऊँ श्रां श्रीं श्रूं शनैश्चाराय नमः.
ऊँ हलृशं शनिदेवाय नमः.
ऊँ एं हलृ श्रीं शनैश्चाराय नमः.
ऊँ मन्दाय नमः.
ऊँ सूर्य पुत्राय नमः.
शनि देव का एकाक्षरी मंत्र –
ऊँ शं शनैश्चाराय नमः.
शनि देव का गायत्री मंत्र –
ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्..
क्षमा के लिए शनि मंत्र :-
अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेहर्निशं मया.
दासोयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर..
गतं पापं गतं दुरू खं गतं दारिद्रय मेव च.
आगतारू सुख-संपत्ति पुण्योहं तव दर्शनात्..
शनि देव का तांत्रिक मंत्र –
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः.
शनि देव के वैदिक मंत्र –
ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये.
साढ़ेसाती से बचने के मंत्र –
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम .
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात ..
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये.
शंयोरभिश्रवन्तु नः..
ऊँ शं शनैश्चराय नमः..