अभिषेक रंजन/मुजफ्फरपुर: आमतौर पर जब आप किसी गांव या शहर को जाते हैं तो वहां आपको हनुमान मंदिर, शिव मंदिर, शनि मंदिर, ठाकुरबाड़ी देखने को मिल जाएगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लगभग 48 साल पूर्व आई संतोषी माता फिल्म देखकर लोगों ने मुजफ्फरपुर के पुराना धर्मशाला चौक पर स्थित महामाया मंदिर में संतोषी माता का मंदिर बनवा दिया. आज यह मंदिर इलाके में आस्था का बड़ा केंद्र बनकर उभरा है. हर दिन यहां संतोषी माता को मानने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. लोग इस जगह को संतोषी माता मंदिर चौक के नाम से भी जानते हैं.
दरअसल, वर्ष 1975 में एक फिल्म आई थी जय संतोषी माता. जिस फिल्म की लोकप्रियता का अंदाजा हम इसी बात से लगा सकते हैं कि यह फिल्म अब तक के शीर्ष ब्लॉकबस्टर सिनेमा की सूची में शामिल है. इसी फिल्म के आने के बाद मुजफ्फरपुर के महामाया स्थान में माता संतोषी की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा हुआ. संतोषी माता मंदिर के मुख्य पुजारी रामश्रेष्ठ झा बताते हैं कि वर्ष 1975 में जब जय संतोषी माता फिल्म आई, उस वक्त मंदिर के व्यवस्थापक उमेशचंद्र अलख और हरिद्वार शर्मा फिल्म देखकर मंदिर आए. इसके बाद उन्होंने पुजारी से कहा कि क्यों ना यहां भी संतोषी माता मंदिर की स्थापना की जाए. इसी के साथ बातचीत आगे बढ़ी और उसी साल संतोषी माता का मंदिर मुजफ्फरपुर के पुरानी धर्मशाला चौक पर स्थापित किया गया.
पूरी होती है भक्तों की मनोकामनाएं
पुजारी रामश्रेष्ठ झा कहते हैं कि उस वक्त मुजफ्फरपुर में कहीं भी माता संतोषी का मंदिर नहीं था. यही एकमात्र मंदिर था, जहां संतोषी माता की प्रतिमा विराजमान थी. इस कारण दूर-दूर से भक्त संतोषी माता के मंदिर आने लगे. वह बताते हैं कि संतोषी माता मंदिर की स्थापना होने से मंदिर की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि माता के मंदिर में जो कोई भक्त श्रद्धापूर्वक अपनी ममनोकामना लेकर आता है, संतोषी माता उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी करती हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 16, 2023, 16:10 IST