कई लोगों को पालतू जानवर पालने का काफी शौक सभी को होता है। कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें पालतू जानवरों की जगह जंगली और खतरनाक जानवरों को पालने का शौक होता है। ऐसे ही एक शख्स थे डॉ. डैन ब्रैंडन जिन्होंने एक ख़तरनाक अजगर पाल रखा था लेकिन उनके इस अजगर के प्यार ने ही उनकी जान ले ली।
जी हां, 31 साल के डैन ने 10 सापों को अपने घर में पाल रखा था। उनके पास ऐफ्रीकन रॉक पाइथान भी था। डैन ने अपने सबसे खास पालतू अजगर का नाम टाइनी रखा था। पिछले साल अगस्त में उनकी इसी पालतू अजगर (मादा) ने उनकी जान ले ली थी। कोर्ट में डैन की मां ने बताया कि उनके बेटे की मौत दम घुटने के कारण हुई और इसकी जिम्मेदार उनकी पालतू अजगर थी।
उनकी मां ने कोर्ट को बताया कि जिस दिन डैन की मौत हुई उस दिन वह घर में ही थी। अचानक उन्होंने डैन के कमरे से तेज आवाज सुनाई दी, जब वह वहां पहुंची तो उन्होंने देखा कि उनके बेटे की हालत बहुत खराब हो चुकी थी और टाइनी वहां मौजूद नहीं थी।
अगर एक्सपर्ट्स की बात माने तो तमाम एक्सपर्ट यही कहते हैं कि कोई भी जानवर पालो लेकिन उसका ध्यान भी पूरा पूरा रखो क्योंकि बिना ध्यान से हम किसी भी किसी भी जानवर का पालन पोषण करते हैं तो कहीं ना कहीं खतरा बहुत बढ़ जाता है यहां तक कि कई बार आदमी जानवरों के लालन पोषण में अपनी जान भी गंवा बैठता है।
वनरक्षक विभाग के कई एजेंटों का मानना है कि कभी भी टाइगर जैसे जानवर को नहीं पालना चाहिए क्योंकि खून लगने पर वह आदमी की जान ले सकता है इसी तरह अजगर जैसे खतरनाक जानवर भी हमको नहीं पालना चाहिए क्योंकि डॉक्टर डेन ब्रेंडन जिन्होंने खतरनाक अजगर पाल रखा था जिनकी वह बचपन से सेवा करते थे उन्होंने अपनी जान गवा दी और इस बात का सबूत है कि हमें जानवरों का ध्यान पूरे देखरेख में करना चाहिए।