नागौर: 7 दरवाजों के बीच बसा खूबसूरत शहर, जानिए क्या है इसका इतिहास

नागौर. जिस प्रकार दुनिया में सात अजूबे बने हुए हैं. जो अपना अलग अलग इतिहास बताते हैं. उसी प्रकार नागौर में 7 दरवाजे बने हुए हैं. जिसके चारों तरफ नागौर शहर बसा हुआ है. क्योंकि इन दरवाजों का अपना अलग-अलग महत्व है. नागौर शहर में स्थित यह दरवाजे नागौर शहर की खूबसूरती बढ़ाते हैं. अहिच्छत्रपुर दुर्ग की सुरक्षा करने के लिए 7 दरवाजों के निर्माण कराए गए. इनका मुख्य उद्देश्य था, बाहर आक्रांताओं से बचाने के लिए साथ ही बाहरी दुश्मनों द्वारा हमला करनें पर उनकों किले से ध्यान भ्रमित करनें के लिए सात दरवाजों का निर्माण करवाया गया.

नागौर के सात दरवाजे
नागौर शहर के भीतर सात खूबसूरत दरवाजे बसे हुए हैं. जिसके आसपास नागौर शहर बसे हुआ है इन दरवाजों का नाम इस प्रकार से है. इतिहासकार संतोष ईनाणिया बताते हैं कि-

1-दिल्ली दरवाजा- पहले मुगलकाल की राजधानी दिल्ली या आगरा हुआ करती थी. इसलिए दिल्ली व आगरा जाने के लिए इस दरवाजे का निर्माण करवाया गया वर्तमान में यहां प्राईवट व रोडवेज बस स्टैड है.
2- अजमेरी गेट (दरवाजा)- यह भी दरवाजा अजयमेरू व दिल्ली जाने के लिए बनाया गया.
3-नाहर दरवाजा – यह दरवाजा किले के सबसे समीप दरवाजा है. साथ ही यह किले के मुख्य दरवाजे सुरक्षा दृष्टि के लिए बनाया गया. इस दरवाजे के अंदर व किले के मुख्य दरवाजे के बाहर नागैर का गांधी चौक स्थित हैं.
4- कुम्हारी दरवाजा- इस दरवाजे के बाहर खनन का कार्य किया जाता था. जिसके तहत नागौर किले के निर्माण के लिए पत्थर लाये जाते थे.
5- नकास दरवाजा- पहले व्यापारी वर्ग ज्यादातर व्यापार करने के लिए दक्षिण दिशा में जाते थे. इसलिए नकास दरवाजे का निर्माण करवाया गया.
6- माही दरवाजा- लाहौरपुरा में स्थित माही दरवाजा का निर्माण इसलिए करवाया जाता था. क्योंकि यहां पर पहले आवाजाही नही थीं, इसके बाहर थली क्षेत्र होने के कारण मरुस्थलीय धोरेथे मुल्तान से आए हुए लोगों को यही बताया जाता था. यहां पर वर्तमान मे लौहे के औजार बनाये जाते हैं.
7- नया दरवाजा- जनश्रुतियों के अनुसार जोधपुर के राजा ने संत किशनदास जी की परीक्षा लेने के लिए कहा कि हमें जोधपुर कौनसे दरवाजे से जायेगे. तब चिट्ठी मे लिखकर दिया कि रात मे एक नये दरवाजे बनाकर आप जोधपुर की ओर प्रस्थान करेगें. वही हुआ ओर रातों रात मे नये दरवाजे का निर्माण हुआ.

हर दरवाजे के बाहर गणेश जी का मंदिर
नागौर के हर दरवाजे के बाहर गणेश जी का मंदिर बनाया गया. क्योंकि ऐसी मान्यता है की गणेश जी विघ्नहर्ता कहा जाता हैं. इसीलिए हर दरवाजे के बाहर गणेश जी के मंदिर बने गए हैं. साथ ही हर दरवाजे के पीछे तालाब का निर्माण हुआ .लेकिन वर्तमान समय में कुछ तालाब विलुप्त हो गए हैं.

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FIRST PUBLISHED : December 12, 2022, 13:35 IST

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